एक बर्फ़ीला गाँव था, जहाँ चारों ओर बर्फ़ की चादर बिछी हुई थी। इस गाँव में राजकुमारी लूमा रहती थी, जिसके घुंघराले बाल गहरे गुलाबी रंग के थे। वह बहुत दयालु थी और तितलियों से बात कर सकती थी! उसके सिर पर एक तारे से बना ताज था।
एक दिन, राजकुमारी लूमा अपने जादुई बगीचे में टहल रही थी, जहाँ उसकी इच्छाएँ फूलों में बदल जाती थीं। अचानक, उसने देखा कि उसके बगीचे के फूल मुरझा रहे हैं। "अरे नहीं!" लूमा ने कहा। "मेरी इच्छाएँ कहाँ जा रही हैं?"
तभी, एक लाल-नारंगी रंग का बादल पिल्ला, सनी, फुदकते हुए आया। सनी की पूंछ इंद्रधनुष छोड़ती थी और उसकी भौंकने की आवाज़ छोटे-छोटे घंटियों की तरह थी। "घंटियाँ!". सनी ने कहा, "आज तो खूब बर्फ़बारी हो रही है।" सनी हमेशा हँसता रहता था। "शायद यह अजीब है कि मैं अभी भी बादल पर हूँ।"
तभी, एक हरी रंग का, बहादुर स्पेस ब्रोकली, स्प्राउट, प्रकट हुआ। स्प्राउट की टोपी अजेय सलाद से बनी थी, और वह सब्जियों के साथ टेलीपैथिक तरीके से बात कर सकता था। “अरे नहीं! मेरी पत्तियाँ अजीब लग रही हैं, और मुझे लगता है कि मुझे एक समस्या है!”, स्प्राउट ने कहा।
लूमा, सनी और स्प्राउट ने मिलकर इच्छा फूलों के गायब होने के रहस्य को सुलझाने का फैसला किया। "चलो, हम देखते हैं कि क्या हो रहा है!", लूमा ने कहा।

उन्होंने बगीचे में खोज शुरू की। सनी ने अपने इंद्रधनुषी निशान से रास्ता दिखाया। वे एक छिपे हुए रास्ते पर चले गए, जो एक अंधेरी गुफा में ले जाता था। गुफा में अजीबोगरीब चीजें थीं – उलटे-सीधे शीशे, जो हर चीज को अजीब बनाते थे।
"यह क्या है?" स्प्राउट ने पूछा, गुफा में प्रवेश करते हुए।
लूमा ने एक शीशे को छुआ और उसकी उंगलियाँ ठंडी हो गईं। "मुझे लगता है कि यहाँ कुछ जादू है जो हमारी इच्छाओं को चुरा रहा है," लूमा ने कहा।
सनी ने अपनी छोटी-छोटी घंटियों की आवाज़ से गुफा को रोशन किया। अचानक, सनी ने एक अजीब सी चीज़ देखी। उसने कहा, “देखो! वह क्या है?”
गुफा के बीच में, एक अजीब मशीन थी जो इच्छा फूलों की सारी खुशियों को सोख रही थी। स्प्राउट ने तुरंत समझा। "यह मशीन फूलों की ऊर्जा को चूस रही है!" स्प्राउट चिल्लाया। "हमें इसे रोकना होगा!"
तीनों दोस्तों ने मिलकर मशीन को रोकने की कोशिश की। स्प्राउट ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए मशीन को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन मशीन बहुत मजबूत थी। सनी ने इंद्रधनुषी रोशनी से मशीन पर हमला किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

लूमा ने सोचा और कहा, "हमें मिलकर काम करना होगा!" लूमा ने अपनी तितलियों से बात की और उन्होंने मशीन में घुसकर उसके अंदर की ऊर्जा को मुक्त करना शुरू कर दिया। जल्द ही, मशीन कमज़ोर पड़ने लगी।
फिर, स्प्राउट ने मशीन को ज़ोर से धक्का दिया और वह टूट गई। सभी इच्छा फूल वापस आ गए, और बगीचा फिर से खिल उठा।
"बहुत बढ़िया!", सनी हँसा। "क्या हम अब कुछ मज़े कर सकते हैं?" सनी ने कहा।
लूमा ने सनी को गले लगाया। "बेशक!" लूमा ने कहा। "और स्प्राउट, तुम भी बहुत बहादुर थे। धन्यवाद!"
स्प्राउट थोड़ा शर्माया, लेकिन मुस्कुराया। "खुशी मेरी है!" स्प्राउट ने कहा।
फिर, तीनों दोस्तों ने मिलकर बगीचे में खेलते हुए खूब मज़ा किया। सनी ने इंद्रधनुष बनाया, लूमा ने तितलियों से बात की, और स्प्राउट ने सब्जियों को हंसाया।
यह सीखकर, तीनों दोस्त एक-दूसरे की मदद करते थे, मिलकर मुश्किलों का सामना करते थे, और कभी भी हार नहीं मानते थे। और इस तरह, बर्फ़ीले गाँव में हमेशा खुशियाँ बनी रहीं, क्योंकि दोस्तों का साथ हमेशा बना रहता था।