एक ऊँचे पर्वत शिखर पर, जहाँ बादल रूई के गुच्छों की तरह तैरते थे, हमारे बहादुर दोस्त, अंगस साहसी, बैठा था। उसकी टोपी पर एक पत्ता था, जो उसे अपनी दादी से विरासत में मिला था, और उसके हाथ में एक लंबी लकड़ी की छड़ी थी। वह अपनी नोटबुक में पर्वत और उसके आसपास की सुंदर दृश्यों का रेखाचित्र बना रहा था। वह हमेशा छिपे हुए खजाने और नई जगहों की खोज करने का सपना देखता था।
तभी, नीले रंग का एक अद्भुत प्राणी, वबबल जेली ऑक्टोपस, वहाँ आया। वह एक ऐसा ऑक्टोपस था जो हमेशा खुश रहता था और हवा में उसके ठहाकों की हल्की आवाज़ें गूंजती थीं। वबबल का शरीर उसके मूड के अनुसार अलग-अलग स्वाद का हो जाता था! आज वह थोड़ा नींबू जैसा लग रहा था, और जैसे ही वह उछला, उसके पीछे हँसी की लकीरें बन गईं। उसकी आठों भुजाएँ अलग-अलग ताल पर थिरक सकती थीं, और उसकी स्याही पानी के नीचे अस्थायी डिस्को लाइटें बना सकती थीं।
अंगस ने उसे देखकर मुस्कराते हुए कहा, "नमस्ते, वबबल! तुम यहाँ क्या कर रहे हो?"
वबबल उछलते हुए बोला, "नमस्ते, अंगस! मैं बस थोड़ा घूम रहा था। लेकिन क्या तुमने भी देखा है? आसमान में तारे आज रात गायब हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कुछ खो गया है।"
अंगस ने आसमान की ओर देखा। "हाँ, यह सच है! आसमान हमेशा सितारों से जगमगाता था, लेकिन आज रात कुछ कमी है।"
अचानक, एक रहस्यमय चमकती धुंध उनके सामने प्रकट हुई। यह एक गुप्त रास्ते को अवरुद्ध कर रही थी। धुंध में, छोटी-छोटी परियों की रोशनी जगमगा रही थी, जो उस क्षेत्र में रहती थीं, जिससे ऐलेक्स को खुशी होती थी।

अंगस ने कहा, "चलो, हम देखते हैं कि यह धुंध कहाँ जा रही है! शायद यही वह रास्ता है जो गायब तारों को ढूंढ सकता है।"
वबबल सहमत हो गया। "वाह! एक रोमांचक सफ़र!"
वे दोनों धुंध में प्रवेश कर गए। जैसे ही वे अंदर गए, एक अजीब सी धुन सुनाई देने लगी, जैसे कोई संगीत बजा रहा हो। यह धुन धुंध से आ रही थी।
आगे बढ़ने पर, उन्हें एक विशाल, झिलमिलाता संगीत का डिब्बा मिला। डिब्बे के ऊपर एक उदास दिखने वाला प्राणी बैठा था। प्राणी बहुत मोटा-ताज़ा था। वबबल ने तुरंत अपनी स्याही से डिस्को लाइटें बनाने की कोशिश की, लेकिन वे काम नहीं कर रही थीं। प्राणी हिल तक नहीं रहा था।
अंगस ने धीरे से कहा, "नमस्ते। हम यह जानना चाहते हैं कि क्या हुआ है।"
प्राणी ने जवाब दिया, "यहाँ कुछ भी नहीं हुआ है। मेरे पास एक ख़ास म्यूज़िक बॉक्स है। बस वही है जो मुझे खुशी देता है।"
वबबल ने सोचा, "मुझे लगता है कि यह प्राणी अकेला है, और वह उदास है।"

अंगस ने वबबल की ओर देखा। "वबबल, तुम एक अद्भुत संगीतकार हो। क्या तुम एक गाना गा सकते हो जो इसे खुश कर दे?"
वबबल ने अपनी भुजाओं को हिलाया। "ज़रूर!" उसने अपनी एक भुजा से एक तेज़ ताल बजाया, दूसरी से धीमी, और तीसरी से एक चंचल ताल। उसकी चौथी भुजा ने एक अद्भुत धुन बजाई। उसकी अन्य भुजाएँ भी अलग-अलग ताल और धुनों में शामिल हो गईं। उसके आसपास अद्भुत संगीत पैदा हुआ।
जैसे ही वबबल बजा रहा था, संगीत डिब्बे पर बैठा प्राणी थोड़ा मुस्कुराया। उसकी उदासी कम होने लगी। फिर, संगीत डिब्बा खुल गया, और उसमें से सारे तारे निकलने लगे!
धुंध गायब हो गई, और एक झरना दिखाई दिया। यह एक चमकता हुआ झरना था जहाँ पानी में छोटे-छोटे सितारे तैर रहे थे। अंगस ने उस अद्भुत दृश्य को अपनी नोटबुक में चित्रित किया, और वबबल ने अपनी स्याही से एक शानदार प्रकाश-शो बनाया।
आसमान सितारों से भर गया, और परियाँ खुशी से नाचने लगीं। इस तरह, अंगस, वबबल और उस अजीब प्राणी ने सितारों को वापस आसमान में लाने में मदद की।
अंगस ने कहा, “मुझे लगता है कि कभी-कभी दूसरों की मदद करने से वे चीजें वापस मिल जाती हैं जो खो गई थीं।”
वबबल ने कहा, “और हर किसी को खुशी मिल सकती है!”
वे सभी एक साथ हँसे। यह एक बहुत अच्छा सफ़र था, जो खुशी, मित्रता और थोड़ा सा जादू से भरा हुआ था।