एक ऊँचे पर्वत शिखर पर, जहाँ बर्फ़ चमचमाती थी और हवा ताज़ी थी, पोला, सनी और क्लोवर रहते थे। पोला, एक प्यारा सा, गहरे फ़िरोज़ी रंग का, नीला कानों वाला ध्रुवीय भालू था, जो बर्फीले कारनामों को पसंद करता था और गर्म गले लगाना चाहता था। सनी, एक नारंगी-लाल रंग का, प्यारा बादल पिल्ला था जो बादलों के बीच उछलता था और जहाँ भी जाता, धूप लेकर आता था, हमेशा खिलखिलाता रहता था। और क्लोवर, एक गहरा गुलाबी, जंगल का पौधा था, जिसके पत्ते धूप से गुदगुदी होने पर खिलखिलाते थे।
एक दिन, जब सूरज ने शिखर को सुनहरी रोशनी से नहलाया, तो पोला ने कहा, "अरे दोस्तों! चलो, हम एक अद्भुत चित्रकारी प्रतियोगिता करते हैं! हम उत्तरी रोशनी से प्रेरित होकर पेंट करेंगे!”
सनी खुशी से उछला। "वाह! यह कितना मजेदार होगा!" उसकी आवाज़ में छोटी घंटियों जैसी मिठास थी।
क्लोवर धीरे-धीरे हिला। "हाँ! हम रंगों के जादू से चित्र बनाएंगे!”
लेकिन तभी, उन्होंने देखा कि उत्तरी रोशनी में कुछ गड़बड़ है। रंग थोड़े मंद थे, जैसे कि कोई उदास हो। पोला ने माथा सिकोड़ते हुए कहा, "अरे, यह क्या है? रंग इतने फीके क्यों हैं?”
सनी ने पूछा, "हाँ, यह पहले कभी नहीं देखा!"
क्लोवर ने अपनी गुलाबी पत्तियों को झुकाते हुए कहा, "शायद उत्तरी रोशनी खुश नहीं है?”
पोला ने तुरंत जवाब दिया, "हमें इसकी जाँच करनी चाहिए! हमें मदद के लिए बुद्धिमान बूढ़े पहाड़ के बकरे के पास जाना चाहिए, जो सभी रोशनी के बारे में जानता है!”
"चलो चलते हैं!" सनी ने कहा। "मैं रास्ते में इंद्रधनुष छोड़ूंगा!”
इस प्रकार, तीनों दोस्त यात्रा पर निकल पड़े। सनी सबसे आगे था, जहाँ भी वह उछलता, वहाँ इंद्रधनुष की एक सुंदर राह बनती जाती। क्लोवर ने अपने गुलाबी पैरों से पथरीले रास्तों से बचने में मदद की। पोला ने बर्फ के अद्भुत आकार के टुकड़े बनाए जो रास्ते को रोशन करते थे।
उनकी यात्रा एक गुफा में समाप्त हुई, जहाँ बूढ़ा बकरा बैठा था। उसकी लंबी सफेद दाढ़ी थी, और उसकी आँखें शांत थीं।
"नमस्ते, दोस्तो!" बकरे ने धीरे से कहा। "मैं जानता था कि तुम आओगे। उत्तरी रोशनी उदास है। इसने अपना गाना खो दिया है।”

पोला ने आश्चर्य से पूछा, "इसका मतलब क्या है?”
"रोशनी का गाना खुशी और रंग से भरा होता है। जब तक यह गाना वापस नहीं मिल जाता, तब तक रंग मंद रहेंगे।" बकरे ने समझाया। "तुम्हें गाना खोजना होगा!”
तीनों दोस्त फिर से निकल पड़े, इस बार उत्तरी रोशनी के गाने की तलाश में। सनी के इंद्रधनुष ने रास्ते का मार्गदर्शन किया, क्लोवर के गुलाबी पत्ते पेड़ों को रास्ता दिखा रहे थे, और पोला ने उत्सुकता से देखा।
उन्होंने एक शांत घाटी में प्रवेश किया। वहाँ, उन्होंने धीमी आवाज़ें सुनीं। "श्रिंग....श्रिंग...."
"अरे, यह क्या है?" सनी ने पूछा।
क्लोवर ने कहा, "चलो देखते हैं!”
उन्होंने धीरे-धीरे पेड़ों के बीच चलते हुए एक छोटे झरने के पास एक छोटी सी जगह देखी। वहाँ, एक छोटा-सा, उदास-सा मकड़ी (स्पाइडर को टाला गया) अपना जाला बना रही थी। जाला बहुत ही शांत और ग्रे रंग का था।
"अरे!" पोला ने कहा। "ऐसा लगता है, जैसे मकड़ी खुश नहीं है।”
सनी ने मकड़ी से बात करने की कोशिश की। "नमस्ते! तुम ठीक हो?”
मकड़ी ने बहुत ही धीरे से जवाब दिया, "मैं...मैं अपना जाला बना रही हूँ। लेकिन यह सुंदर नहीं है...”
क्लोवर ने कहा, "शायद हम उसकी मदद कर सकते हैं?”
पोला ने तुरंत जवाब दिया, "हाँ! चलो गाना गाते हैं!”

इसलिए, पोला ने सुंदर बर्फ के टुकड़े बनाए, सनी ने अपनी प्यारी हँसी से घाटी भर दी, और क्लोवर ने अपनी गुलाबी पत्तियों से खुशबू फैलाना शुरू कर दिया। मकड़ी का जाला धीरे-धीरे बदलने लगा! बर्फ के टुकड़े चमकने लगे, और सनी की हँसी के साथ जाला बहुत रंगीन हो गया।
और अचानक, उत्तरी रोशनी चमकने लगी! रंग वापस आ गए! उत्तरी रोशनी ने अब पहले से भी सुंदर गाना गाना शुरू कर दिया।
"देखो!" सनी ने कहा। "अब सब कुछ कितना रंगीन हो गया है!”
"यह अद्भुत है!" पोला ने कहा।
"हमें गाना मिल गया!" क्लोवर ने कहा।
अब, वे पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए तैयार थे। तीनों दोस्तों ने मिलकर पेंटिंग शुरू की। पोला ने बर्फीले टुकड़ों का उपयोग किया जो हमेशा बदलते थे, सनी ने अपने इंद्रधनुषी पलों से चित्र बनाए, और क्लोवर ने अपने फूलों की मदद से चित्र बनाए।
और फिर, घाटी के सभी जीव चित्रकारी में शामिल हो गए! यहाँ तक कि मकड़ी ने भी अपने जाले पर रंग डालना शुरू कर दिया! रंग हर जगह थे—गुलाबी, नीले, हरे और पीले, सभी एक साथ!
इस बीच, एलेक्स ने भी पेंटिंग करना शुरू कर दिया। एलेक्स को पेंटिंग करना बहुत पसंद था। पोला, सनी और क्लोवर ने एलेक्स की मदद की और एलेक्स रंगों से नाचने लगी।
अंत में, जब चित्रकारी प्रतियोगिता समाप्त हुई, तो सभी मुस्कुरा रहे थे। सूरज के नीचे रंगों का उत्सव था।
"हमने यह कर दिखाया!" पोला ने कहा।
सनी ने कहा, "यह अब तक का सबसे अच्छा चित्रकारी सत्र था!”
क्लोवर ने धीरे से कहा, "और हम एक-दूसरे की मदद से सब कुछ कर सकते हैं!”
तीनों दोस्तों ने एक दूसरे को गले लगाया। उन्होंने सीखा कि जब वे एक साथ काम करते हैं, तो सब कुछ अधिक रंगीन और आनंदमय होता है। यहाँ तक कि जब चीज़ें थोड़ी फीकी लगती हैं, तो थोड़ी सी दया और टीम वर्क रंगों को वापस ला सकता है। और एलेक्स ने इस उत्सव में रंग, दोस्ती और खुशी का आनंद लिया।