एक बार, बहुत दूर, सपनों के शहर में, एक अनोखा कारखाना था—रोबोट और सपनों का कारखाना। यहाँ रोबोट सिर्फ़ बनाए नहीं जाते थे; उन्हें सपने भी दिए जाते थे। कारखाने में हर जगह वनीला की खुशबू फैली रहती थी, और हवा में चीनी की चमकती हुई धूल उड़ती थी।
कारखाने में, मिमि, मार्शमैलो परी, रहती थी। मिमि बहुत ही प्यारी और छोटी थी, और उसकी हर बात में मिठास थी। वह हमेशा आरामदायक इच्छाएँ पूरी करती थी। उसके पंख हल्के गुलाबी थे, और जब वह उड़ती थी, तो उसके पीछे चीनी की चमकती हुई धूल उड़ती थी। मिमि के पास जादुई शक्ति थी—वह किसी भी चीज़ को मार्शमैलो जैसा बना सकती थी, और बुरे सपनों को मीठे उपहारों में बदल सकती थी।
और फिर थी, स्नूज़ल रानी, जो नीदलैंड की रानी थी। वह हमेशा एक कम्बल का केप पहनती थी और सबको कहीं भी सोने की शक्ति देती थी। स्नूज़ल रानी का ताज बादलों से बना था और उसके पास एक जादुई छड़ी थी, जिससे वह सोने की धूल छिड़क सकती थी।
मोप, आरामदायक मॉन्स्टर, भी वहाँ रहता था। मोप बिस्तरों के नीचे रहता था, बस तकियों को फुलाने और मज़ेदार कहानियाँ सुनाने के लिए। उसका फ़ुर सबसे मुलायम कम्बल जैसा था, और वह अंधेरे में धीरे-धीरे चमकता था। मोप कई भाषाओं में बात कर सकता था, जिसमें तकिया बातें भी शामिल थीं।
एक दिन, स्कूल के बच्चे, जिनमें सैम्यूल, मनोज और एमिलिया शामिल थे, कारखाने की सैर पर आए। सैम्यूल को जानवरों वाले रोबोट बहुत पसंद आए, मनोज कहानियों से मोहित हो गया, और एमिलिया को राजकुमारी रोबोट बहुत प्यारी लगी।
"वाह!" सैम्यूल ने कहा, "ये रोबोट डैन कितने मज़ेदार हैं!" उसने तुरंत अपने दिमाग में एक डेन बनाने की योजना बना ली।

मनोज ने कहानियों के बारे में पूछा, "क्या उनमें भारत की भी कोई कहानी है?" मिमि ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "ज़रूर, मनोज! हर रोबोट की अपनी कहानी है।"
एमिलिया ने राजकुमारी रोबोट से कहा, "आप बहुत सुंदर हैं!" राजकुमारी रोबोट ने जवाब दिया, "धन्यवाद, लेकिन मेरा महल गिर रहा है।" एमिलिया थोड़ी चिंतित हो गई।
लेकिन तभी, एक अजीब बात हुई। सपनों के गियर—जो रोबोटों को सपने देते थे—अचानक अजीब तरीके से काम करने लगे। उनकी गति धीमी हो गई, और उनके सपने बिखरने लगे। सपने अजीब, शोरगुल वाले और डरावने होने लगे।
"कुछ गड़बड़ है!" मिमि ने कहा, "सपनों के गियर में खराबी आ गई है। हमें उन्हें ठीक करना होगा!" स्नूज़ल रानी ने धीरे से कहा, "यह बहुत मुश्किल है, लेकिन हम अकेले नहीं हैं।"
बच्चों ने मदद करने का फ़ैसला किया। सैम्यूल ने कहा, "मैं एक डेन बना सकता हूँ, जहाँ रोबोट सुरक्षित महसूस करें।" मनोज ने कहा, "मैं उन्हें एक शांत कहानी सुना सकता हूँ, ताकि वे डरें नहीं।" एमिलिया ने कहा, "मैं राजकुमारी को दिलासा दे सकती हूँ।"
उन्होंने मिलकर काम करना शुरू कर दिया। पहला काम था, क्रिकेट की गेंदों और मार्शमैलो बादलों से बनी एक पहेली को सुलझाना। मनोज ने तुरंत क्रिकेट के बारे में अपने ज्ञान का इस्तेमाल किया और पहेली को सुलझाया।
फिर, उन्हें एक उदास राजकुमारी रोबोट मिली, जिसका महल गिरने वाला था। एमिलिया ने राजकुमारी को दिलासा दिया, "चिंता मत करो, हम तुम्हारी मदद करेंगे!" उन्होंने मिलकर महल को ठीक करने की कोशिश की।

फिर, वे एक अंधेरे और शोरगुल वाले कमरे में पहुँचे, जहाँ बुरी आवाज़ें आ रही थीं। "मुझे डर लग रहा है!" सैम्यूल ने कहा। मोप, आरामदायक मॉन्स्टर, उनकी मदद के लिए आया। उसने कहा, "डरो मत, मैं तुम्हारे साथ हूँ।" मोप ने उन्हें बताया कि अँधेरे से कैसे निपटना है।
मिमि ने समझाया, "हमें एक शांतिपूर्ण सपने की जगह बनाने की ज़रूरत है, ताकि रोबोट शांत हो सकें।" सैम्यूल ने डेन बनाने का सुझाव दिया, "हम एक सपनों का डेन बना सकते हैं!"।
उन्होंने मिलकर काम किया। सैम्यूल ने डेन बनाया, मनोज ने भारत की एक शांत कहानी सुनाई, और एमिलिया ने राजकुमारी को शांत किया। मिमि ने मार्शमैलो की जादू से सब कुछ मीठा बना दिया।
आखिरकार, उन्होंने सपनों के गियर को ठीक कर लिया। कारखाने में खुशी छा गई। मार्शमैलो की खुशबू चारों ओर फैल गई। रोबोट फिर से मुस्कुरा रहे थे। सैम्यूल, मनोज और एमिलिया को खुशी हुई कि उन्होंने मदद की।
स्नूज़ल रानी और मिमि ने बच्चों को धन्यवाद दिया। स्नूज़ल रानी ने उन्हें आरामदायक तकिये दिए, और मिमि ने उन्हें मार्शमैलो से भरे उपहार दिए।
घर लौटते समय, बच्चों ने अनुभव के बारे में बात की। "यह अद्भुत था!" एमिलिया ने कहा। "हमें एक साथ काम करना चाहिए।" सैम्यूल ने कहा, "और हमें कभी भी डरना नहीं चाहिए!" मनोज ने कहा, "सपनों की ताकत बहुत बड़ी होती है!" उन्होंने सीखा कि टीम वर्क, साहस और दूसरों की मदद करने का क्या मतलब होता है।
इस दिन के बाद, वे जानते थे कि अगर वे मिलकर काम करते हैं, तो वे किसी भी मुश्किल को हल कर सकते हैं।